|
|
(2 intermediate revisions by the same user not shown) |
Line 1: |
Line 1: |
| <p> भगवान महावीर के दूरवर्ती पूर्वभव का जीव-भरतक्षेत्र के सूतिक / श्वेतिक नगर के ब्राह्मण अग्निभूति और उसकी स्त्री गौतमी का पुत्र । यह परिव्राजक हो गया और मरकर सनत्कुमार स्वर्ग में देव हुआ । वहाँ से चयकर भरतक्षेत्र के रमणीकमन्दिर नगर में गौतम नामक ब्राह्मण और उसकी पत्नी कौशिकी का अग्निमित्र नामक पुत्र हुआ । महापुराण 74.74-77 । वीरवरांग चरित्र 2.117-122</p>
| |
|
| |
|
| |
|
| <noinclude>
| | #REDIRECT [[अग्निसह]] |
| [[ अग्निसम | पूर्व पृष्ठ ]] | |
| | |
| [[ अग्निस्तभिनी | अगला पृष्ठ ]]
| |
| | |
| </noinclude>
| |
| [[Category: पुराण-कोष]]
| |
| [[Category: अ]]
| |