निघंटु: Difference between revisions
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<li> १३०० श्लोक प्रमाण संस्कृत भाषा में लिखा गया एक पौराणिक ग्रन्थ। </li> | |||
<li> श्वेताम्बराचार्य श्रीहेमचन्द्रसूरि (ई०१०८८-११४३) को ‘निघंटूशेष’ नाम की रचना। </li> | |||
<li> आ. पद्मनन्दि (ई०१२८०-१३३०) कृत ‘निघंटु वैद्यक’ नामका आयुर्वेदिक ग्रन्थ–(यशस्तिलकचम्पू/प्र.पं.सुन्दरलाल)। </li> | |||
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Revision as of 17:16, 25 December 2013
- १३०० श्लोक प्रमाण संस्कृत भाषा में लिखा गया एक पौराणिक ग्रन्थ।
- श्वेताम्बराचार्य श्रीहेमचन्द्रसूरि (ई०१०८८-११४३) को ‘निघंटूशेष’ नाम की रचना।
- आ. पद्मनन्दि (ई०१२८०-१३३०) कृत ‘निघंटु वैद्यक’ नामका आयुर्वेदिक ग्रन्थ–(यशस्तिलकचम्पू/प्र.पं.सुन्दरलाल)।