सयोगकेवली: Difference between revisions
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Revision as of 21:48, 5 July 2020
चौदह गुणस्थानों में तेरहवां गुणस्थान । इस गुणस्थान के प्राप्त जीव सशरीर परमात्मा होता है । हरिवंशपुराण 3.83