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- <li class="HindiText">[[#1.3 | पाँचों संक्रमणों का क्रम।]]</ <li class="HindiText">[[#2.3 | केवल अध:प्रवृत्त योग्य प्रक ...119 KB (2,383 words) - 09:57, 27 February 2024
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- ...व्य को अपना कहने से अज्ञानी कैसे हो जाता है ?–देखें [[ नय#V.8.3 | नय - V.8.3]]।</p> ...86 KB (1,298 words) - 15:20, 27 November 2023
- ...हुए। ये 36 प्रकार के पाप किए हुए, कराए हुए और अनुमोदे हुए, तब कुल 36×3=108 प्रकार के पाप हुए। ये प्रत् ...46 KB (160 words) - 16:34, 2 July 2021
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- ...के क्रम से उत्पन्न होता है। चारों के ही उत्पन्न होने का नियम नहीं।1,2 या 3 भी होकर छूट सकते हैं। धारणा क <li class="HindiText">[[#1.2.3 | असंख्यात भेद।]]<br /> ...157 KB (2,373 words) - 21:02, 2 January 2024
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:पंचास्तिकाय - गाथा 3 | पूर्व पृष्ठ ]] ...35 KB (104 words) - 16:35, 2 July 2021
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:मोक्षशास्त्र - गाथा 10-3 | अगला पृष्ठ ]] ...26 KB (87 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...मन:पर्ययज्ञान की देश प्रत्यक्षता–देखें [[ मन:पर्यय#3.6 | मन:पर्यय - 3.6]]।<br /> ...मन:पर्यय, मति व श्रुतज्ञान में अंतर–देखें [[ मन:पर्यय#3 | मन:पर्यय - 3]]।<br /> ...134 KB (2,121 words) - 09:40, 14 February 2024
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- [[ वर्णीजी-प्रवचन:दर्शनपाहुड - गाथा 3 | पूर्व पृष्ठ ]] ...30 KB (66 words) - 11:55, 17 May 2021
- ...ो साधुपद में भी गिना है । जैसे साधु के 5 भेद होते हैं (1) पुलाक (2) वकुश, (3) कुशील (4) निर्ग्रंथ और (5) स्नात ...32 KB (78 words) - 11:56, 17 May 2021
- <li id="I.3"> [[ हिंसा#1.3 | संकल्पी आदि हिंसा निर्देश।] ...91 KB (1,799 words) - 17:09, 16 February 2024
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