पुर
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
देखें नगर ।
पुराणकोष से
परिखा, गोपुर, अटारी, कोट और प्राकार से शोभित, अनेक भवन, उद्यान और जलाशयों से युक्त प्रधान पुरुषों की आवासभूमि । आदिनाथ के समय में ऐसे अनेक नगर निर्मित किये गये थे । महापुराण 16. 169-170, हरिवंशपुराण 9.38