स्थापना नय
From जैनकोष
प्रवचनसार/तत्व प्रदीपिका/परि./नय नं.१२-१५
स्थापनानयेन मूर्तित्ववत्सकलपुद्गलावलम्बि =स्थापना नय मूर्तित्व की भांति सर्व पुद्गलों का अवलम्बन करने वाला है|
अधिक जानकारी के लिए देखें नय - I.5.3।
प्रवचनसार/तत्व प्रदीपिका/परि./नय नं.१२-१५
स्थापनानयेन मूर्तित्ववत्सकलपुद्गलावलम्बि =स्थापना नय मूर्तित्व की भांति सर्व पुद्गलों का अवलम्बन करने वाला है|
अधिक जानकारी के लिए देखें नय - I.5.3।