त्रैविध्यदेव
From जैनकोष
१. नन्दिसंघ के देशीयगण की गुर्वावली के अनुसार ( देखें - इतिहास / ७ / ५ )। पाच आचार्यों की उपाधि त्रैविध्यदेव थी। १. मेघचन्द्र प्र.ई.९३०-९५०; २. मेघचन्द्र द्वि.ई.१०२०-११५५; ३. माघनन्दि ई.११३३-११६३; ४. अकलंक द्वि.ई.११५८-८२; ५. रामचन्द्र ई.११५८-११८२। इनके अतिरिक्त भी दो अन्य आचार्य इस नाम से प्रसिद्ध थे–६. माधवचन्द्र वि.श.११ का पूर्व; ७. पद्मनन्दि नं०७ (वि.१३७३ में स्वर्गवास) के गुरु वि.१३००-१३५० (ई.१२४३-१२९८)। देखें - इतिहास / ७ / ५ )।
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