अशन
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
मूलाचार / आचारवृत्ति / गाथा 644
असणं खुहप्पसमणं।
= जिससे भूख मिट जाय वह अशन है।
अनगार धर्मामृत अधिकार 7/13/667
औरनाद्यशमनं।
= भात दाल आदि भोज्य सामग्री को अशन कहते हैं। देखें आहार - II.4.1-आहारक दोष।
पुराणकोष से
आहार के चार भेदों में एक भेद । ये भेद हैं― अशन, पानक, खाद्य और स्वाद्य । महापुराण 9.46