कंजिक व्रत: Difference between revisions
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<span class="HindiText">समय–64 दिन। विधि-किसी भी मास की पड़वा से प्रारंभ करके 64 दिन तक केवल कांजी आहार (जल व भात) लेना। शक्ति हो तो समय को दुगुना तिगुना आदि कर लेना। नमस्कार मंत्र का त्रिकाल जाप करना। <span class="GRef">(वर्द्धमान पुराण), (व्रत-विधान संग्रह/पृ.100)</span>। </span> | <span class="HindiText">समय–64 दिन। विधि-किसी भी मास की पड़वा से प्रारंभ करके 64 दिन तक केवल कांजी आहार (जल व भात) लेना। शक्ति हो तो समय को दुगुना-तिगुना आदि कर लेना। नमस्कार मंत्र का त्रिकाल जाप करना। <span class="GRef">(वर्द्धमान पुराण), (व्रत-विधान संग्रह/पृ.100)</span>। </span> | ||
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Revision as of 12:57, 3 July 2022
समय–64 दिन। विधि-किसी भी मास की पड़वा से प्रारंभ करके 64 दिन तक केवल कांजी आहार (जल व भात) लेना। शक्ति हो तो समय को दुगुना-तिगुना आदि कर लेना। नमस्कार मंत्र का त्रिकाल जाप करना। (वर्द्धमान पुराण), (व्रत-विधान संग्रह/पृ.100)।