दांत: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(5 intermediate revisions by 3 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<ol> | | ||
== सिद्धांतकोष से == | |||
<ol> | |||
<li><strong class="HindiText">दांत का लक्षण</strong> <br> | <li><strong class="HindiText">दांत का लक्षण</strong> <br> | ||
<span class="HindiText">देखें [[ साधु#1 | साधु - 1 ]]उत्तम चारित्रवाले मुनियों के ये नाम हैं–श्रमण, संयत, ऋषि, मुनि, साधु, वीतराग, अनगार, भदंत, दांत और यति। ... | <span class="HindiText">देखें [[ साधु#1 | साधु - 1 ]]उत्तम चारित्रवाले मुनियों के ये नाम हैं–श्रमण, संयत, ऋषि, मुनि, साधु, वीतराग, अनगार, भदंत, दांत और यति। ...पंचेंद्रियों के रोकने में लीन वह दांत कहा जाता है। </span></li> | ||
</ol> | </ol> | ||
<ul> | <ul> | ||
Line 10: | Line 12: | ||
[[ दांडीक | पूर्व पृष्ठ ]] | [[ दांडीक | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ दांतमति | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: द]] | [[Category: द]] | ||
== पुराणकोष से == | |||
<div class="HindiText"> <p class="HindiText"> सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । <span class="GRef"> महापुराण 25.189 </span></p> | |||
</div> | |||
<noinclude> | |||
[[ दांडीक | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[ दांतमति | अगला पृष्ठ ]] | |||
</noinclude> | |||
[[Category: पुराण-कोष]] | |||
[[Category: द]] | |||
[[Category: करणानुयोग]] | |||
[[Category: चरणानुयोग]] | |||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 15:10, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
- दांत का लक्षण
देखें साधु - 1 उत्तम चारित्रवाले मुनियों के ये नाम हैं–श्रमण, संयत, ऋषि, मुनि, साधु, वीतराग, अनगार, भदंत, दांत और यति। ...पंचेंद्रियों के रोकने में लीन वह दांत कहा जाता है।
- औदारिक शरीर में दांतों का प्रमाण–देखें औदारिक - 1.7।
पुराणकोष से
सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 25.189