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<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) तीर्थंकर वृषभदेव के बयालीसवें गणधर । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 12.62 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) तीर्थंकर वृषभदेव के बयालीसवें गणधर । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_12#62|हरिवंशपुराण - 12.62]] </span></p> | ||
<p id="2">(2) सौधर्म और ऐशान युगल स्वर्ग का तीसरा पटल । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 6.47 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) सौधर्म और ऐशान युगल स्वर्ग का तीसरा पटल । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_6#47|हरिवंशपुराण - 6.47]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
- देखें संगति 11।
- सौधर्म स्वर्ग का 30वाँ पटल। –देखें स्वर्ग - 5।
पुराणकोष से
(1) तीर्थंकर वृषभदेव के बयालीसवें गणधर । हरिवंशपुराण - 12.62
(2) सौधर्म और ऐशान युगल स्वर्ग का तीसरा पटल । हरिवंशपुराण - 6.47