रोहिणी: Difference between revisions
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<p id="1">(1) एक विद्या । अर्ककीर्ति के पुत्र अमिततेज ने अनेक विद्याओं के साथ यह विद्या भी सिद्ध की थी । <span class="GRef"> महापुराण 62.397, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 27.131 </span></p> | <p id="1">(1) एक विद्या । अर्ककीर्ति के पुत्र अमिततेज ने अनेक विद्याओं के साथ यह विद्या भी सिद्ध की थी । <span class="GRef"> महापुराण 62.397, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 27.131 </span></p> | ||
<p id="2">(2) अरिष्टपुर नगर के राजा रुधिर और रानी मित्रा की पुत्री । यह राजकुमार हिरण्य की बहिन थी । इसकी जननी का दूसरा नाम पद्मावती तथा पिता का दूसरा नाम हिरण्यवर्मा था । मपु 70. 307, <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 31. 8-11, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 11. 31 </span>देखें [[ रुधिर ]]</p> | <p id="2">(2) अरिष्टपुर नगर के राजा रुधिर और रानी मित्रा की पुत्री । यह राजकुमार हिरण्य की बहिन थी । इसकी जननी का दूसरा नाम पद्मावती तथा पिता का दूसरा नाम हिरण्यवर्मा था । मपु 70. 307, <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 31. 8-11, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 11. 31 </span>देखें [[ रुधिर ]]</p> | ||
<p id="3">(3) | <p id="3">(3) चंद्रमा की देवी । <span class="GRef"> महापुराण 71.445, </span><span class="GRef"> पद्मपुराण 3. 91 </span></p> | ||
<p id="4">(4) एक नक्षत्र । तीर्थंकर अजित और अर का जन्म इसी नक्षत्र में हुआ था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 20. 38, 54 </span></p> | <p id="4">(4) एक नक्षत्र । तीर्थंकर अजित और अर का जन्म इसी नक्षत्र में हुआ था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 20. 38, 54 </span></p> | ||
<p id="5">(5) | <p id="5">(5) अंतिम बलभद्र बलराम की जननी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 20. 238-239 </span></p> | ||
<p id="6">(6) विजयावती नगरी के गृहस्थ | <p id="6">(6) विजयावती नगरी के गृहस्थ सुनंद की पत्नी । रावण और लक्ष्मण के पूर्वभव के जीव क्रमश: अर्हद्दास और ऋषिदास की यह जननी थी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 123. 114-115 </span></p> | ||
Revision as of 16:33, 19 August 2020
== सिद्धांतकोष से ==
पुराणकोष से
(1) एक विद्या । अर्ककीर्ति के पुत्र अमिततेज ने अनेक विद्याओं के साथ यह विद्या भी सिद्ध की थी । महापुराण 62.397, हरिवंशपुराण 27.131
(2) अरिष्टपुर नगर के राजा रुधिर और रानी मित्रा की पुत्री । यह राजकुमार हिरण्य की बहिन थी । इसकी जननी का दूसरा नाम पद्मावती तथा पिता का दूसरा नाम हिरण्यवर्मा था । मपु 70. 307, हरिवंशपुराण 31. 8-11, पांडवपुराण 11. 31 देखें रुधिर
(3) चंद्रमा की देवी । महापुराण 71.445, पद्मपुराण 3. 91
(4) एक नक्षत्र । तीर्थंकर अजित और अर का जन्म इसी नक्षत्र में हुआ था । पद्मपुराण 20. 38, 54
(5) अंतिम बलभद्र बलराम की जननी । पद्मपुराण 20. 238-239
(6) विजयावती नगरी के गृहस्थ सुनंद की पत्नी । रावण और लक्ष्मण के पूर्वभव के जीव क्रमश: अर्हद्दास और ऋषिदास की यह जननी थी । पद्मपुराण 123. 114-115