लोहित
From जैनकोष
== सिद्धांतकोष से ==
- लवण समुद्रस्थ दिक् पर्वत का स्वामी देव−देखें लोक - 5.9।
- सौधर्मस्वर्ग का 24वाँ पटल व इंद्रक−देखें स्वर्ग - 5.3।
पुराणकोष से
पांडुकवन का एक भवन । इसकी चौड़ाई पंद्रह योजन, ऊँचाई पच्चीस योजन और परिधि पैतालीस योजन है । यहाँँ सोम लोकपाल का निवास है । हरिवंशपुराण 5.316, 322