शंबरदेव: Difference between revisions
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Revision as of 16:37, 19 August 2020
भगवान् पार्श्वनाथ का पूर्व भव का भाई था। इसने भगवान् पर घोर उपसर्ग किया ( महापुराण/73/137 ) अंत में परंपरा का वैर छोड़कर भगवान् की स्तुति की (73/168) यह कमठ का उत्तर का नवमाँ भव है-देखें कमठ ।