श्रुत पंचमी व्रत: Difference between revisions
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Latest revision as of 22:35, 17 November 2023
पाँच वर्ष तक प्रतिवर्ष ज्येष्ठ शुक्ला 5 को श्रुतावतार के उपलक्ष में उपवास करे। 'ओं ह्रीं द्वादशांगश्रुतज्ञानाय नम:' इस मंत्र की त्रिकाल जाप करे। (व्रत विधान संग्रह/पृष्ठ 10)।