सारसमुच्चय: Difference between revisions
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आ.कुलभद्र (ई.937) द्वारा रचित 328 श्लोक बद्ध एक तत्त्वप्रतिपादक ग्रंथ। (देखें [[ कुलभद्र ]])। | आ.कुलभद्र (ई.937) द्वारा रचित 328 श्लोक बद्ध एक तत्त्वप्रतिपादक ग्रंथ। (देखें [[ कुलभद्र ]])। | ||
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== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<p> धातकीखंड द्वीप के पूर्व भरतक्षेत्र में स्थित एक देश । नागपुर इस देश का मुख्य नगर था । <span class="GRef"> महापुराण 64.3-4 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> धातकीखंड द्वीप के पूर्व भरतक्षेत्र में स्थित एक देश । नागपुर इस देश का मुख्य नगर था । <span class="GRef"> महापुराण 64.3-4 </span></p> | ||
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Revision as of 16:58, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
आ.कुलभद्र (ई.937) द्वारा रचित 328 श्लोक बद्ध एक तत्त्वप्रतिपादक ग्रंथ। (देखें कुलभद्र )।
पुराणकोष से
धातकीखंड द्वीप के पूर्व भरतक्षेत्र में स्थित एक देश । नागपुर इस देश का मुख्य नगर था । महापुराण 64.3-4