सिंहसूरि: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
(2 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p class="HindiText">तत्त्वार्थाधिगम भाष्य के वृत्तिकार सिद्धसेन गणी के दादा गुरु। ये श्वेतांबराचार्य मल्लवादी कृत-‘नय चक्र’ के वृत्तिकार माने जाते हैं।330। <span class="GRef">(जैन साहित्य और इतिहास1/330-)</span>; ।</p> | |||
[[ | <p class="HindiText">विशेष देखें [[ परिशिष्ट ]]।</p> | ||
[[Category:स]] | <noinclude> | ||
[[ सिंहसप्रभु | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[ सिंहसेन | अगला पृष्ठ ]] | |||
</noinclude> | |||
[[Category: स]] | |||
[[Category: इतिहास]] |
Latest revision as of 22:36, 17 November 2023
तत्त्वार्थाधिगम भाष्य के वृत्तिकार सिद्धसेन गणी के दादा गुरु। ये श्वेतांबराचार्य मल्लवादी कृत-‘नय चक्र’ के वृत्तिकार माने जाते हैं।330। (जैन साहित्य और इतिहास1/330-); ।
विशेष देखें परिशिष्ट ।