आत्मयज्ञ: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> क्रोधाग्नि, कामाग्नि और उदराग्नि का, वैराग्य और अनशन की आहुतियों से शमन करना । वनवासी ऋषि, यति, मुनि और द्विज इस यज्ञ से मुक्ति को प्राप्त होते हैं । <span class="GRef"> महापुराण 67.202-203 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> क्रोधाग्नि, कामाग्नि और उदराग्नि का, वैराग्य और अनशन की आहुतियों से शमन करना । वनवासी ऋषि, यति, मुनि और द्विज इस यज्ञ से मुक्ति को प्राप्त होते हैं । <span class="GRef"> महापुराण 67.202-203 </span></p> | ||
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Latest revision as of 14:40, 27 November 2023
क्रोधाग्नि, कामाग्नि और उदराग्नि का, वैराग्य और अनशन की आहुतियों से शमन करना । वनवासी ऋषि, यति, मुनि और द्विज इस यज्ञ से मुक्ति को प्राप्त होते हैं । महापुराण 67.202-203