श्रीमाला: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) आदित्यपुर के राजा विद्याधर विद्यामंदर और रानी वेगवती की पुत्री । इसने स्वयंवर में किष्कंधकुमार का वरण किया था । सूर्यरज और यक्षरज इसके दो पुत्र तथा सूर्यकमला पुत्री थी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 6.357-358, 426, 523-524 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) आदित्यपुर के राजा विद्याधर विद्यामंदर और रानी वेगवती की पुत्री । इसने स्वयंवर में किष्कंधकुमार का वरण किया था । सूर्यरज और यक्षरज इसके दो पुत्र तथा सूर्यकमला पुत्री थी । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_6#357|पद्मपुराण - 6.357-358]],[[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_6#426|पद्मपुराण - 6.426]],[[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_6#523|पद्मपुराण - 6.523-524]] </span></p> | ||
<p id="2">(2) रावण की रानी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 77.14 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) रावण की रानी । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_77#14|पद्मपुराण - 77.14]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:25, 27 November 2023
(1) आदित्यपुर के राजा विद्याधर विद्यामंदर और रानी वेगवती की पुत्री । इसने स्वयंवर में किष्कंधकुमार का वरण किया था । सूर्यरज और यक्षरज इसके दो पुत्र तथा सूर्यकमला पुत्री थी । पद्मपुराण - 6.357-358,पद्मपुराण - 6.426,पद्मपुराण - 6.523-524
(2) रावण की रानी । पद्मपुराण - 77.14