मृषानंद: Difference between revisions
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Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
रौद्रध्यान का दूसरा भेद । झूठ बोलने में आनंद मनाना मृषानंद कहलाता है । कठोर वचन आदि इसके बाह्य चिह्न हैं । महापुराण 21. 50, हरिवंशपुराण - 56.21,हरिवंशपुराण - 56.23