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| <p id="1"> (1) आचार्य सिद्धसेन का उत्तरवर्ती एक आचार्य । ये जीवसिद्धि और युक्त्यनुशासन ग्रन्थों के रचयिता थे । देवागम स्तोत्र भी इन्हीं ने बनाया था । ये महान् कवि भी थे । <span class="GRef"> महापुराण 1.43-44 </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 1.29, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 1. 15 </span></p>
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| <p id="2">(2) सौधर्मेन्द्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । <span class="GRef"> महापुराण 25.216 </span></p>
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| [[Category: पुराण-कोष]]
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