सर्वभद्र: Difference between revisions
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Latest revision as of 16:38, 20 February 2024
सिद्धांतकोष से
यक्ष जाति के व्यंतर देवों का एक भेद। -देखें यक्ष ।
पुराणकोष से
इस नाम का एक उपवास । विनयश्री इस उपवास के फलस्वरूप सौधर्मेंद्र की देवी हुई थी । हरिवंशपुराण - 60.92 देखें सर्वतोभद्र