दृढग्राही: Difference between revisions
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<p> एक राजा । इसने दीक्षित होकर तपस्या की और मरकर यह सौधर्म स्वर्ग में देव हुआ । महापुराण 65.61-63</p> | <p> एक राजा । इसने दीक्षित होकर तपस्या की और मरकर यह सौधर्म स्वर्ग में देव हुआ । <span class="GRef"> महापुराण 65.61-63 </span></p> | ||
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Revision as of 21:42, 5 July 2020
एक राजा । इसने दीक्षित होकर तपस्या की और मरकर यह सौधर्म स्वर्ग में देव हुआ । महापुराण 65.61-63