द्विजोत्तम: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> गार्हपत्य, आहवनीय और दक्षिणाग्नि इन तीनों अग्नियों में मंत्रों के द्वारा भगवान् की पूजा करने वाला द्विज । महापुराण 40.85 </p> | <p> गार्हपत्य, आहवनीय और दक्षिणाग्नि इन तीनों अग्नियों में मंत्रों के द्वारा भगवान् की पूजा करने वाला द्विज । <span class="GRef"> महापुराण 40.85 </span></p> | ||
Revision as of 21:42, 5 July 2020
गार्हपत्य, आहवनीय और दक्षिणाग्नि इन तीनों अग्नियों में मंत्रों के द्वारा भगवान् की पूजा करने वाला द्विज । महापुराण 40.85