चतुर्थव्रतभावना: Difference between revisions
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<p> ब्रह्मचर्य व्रत की पाँच भावनाएँ―स्त्री-कथा, स्त्र्यालोक, स्त्री-संसर्ग, प्राग्रतस्मरण और गरिष्ठ तथा उत्तेजक आहार का त्याग । <span class="GRef"> महापुराण 20. 164 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> ब्रह्मचर्य व्रत की पाँच भावनाएँ―स्त्री-कथा, स्त्र्यालोक, स्त्री-संसर्ग, प्राग्रतस्मरण और गरिष्ठ तथा उत्तेजक आहार का त्याग । <span class="GRef"> महापुराण 20. 164 </span></p> | ||
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Revision as of 16:53, 14 November 2020
ब्रह्मचर्य व्रत की पाँच भावनाएँ―स्त्री-कथा, स्त्र्यालोक, स्त्री-संसर्ग, प्राग्रतस्मरण और गरिष्ठ तथा उत्तेजक आहार का त्याग । महापुराण 20. 164