क्षायिकवीर्य: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> नौ क्षायिक-गृहिणी में अंतिम शुद्धि । यह वीर्यांतरायकर्म के क्षय से उत्पन्न होती है । <span class="GRef"> महापुराण 24.56 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> नौ क्षायिक-गृहिणी में अंतिम शुद्धि । यह वीर्यांतरायकर्म के क्षय से उत्पन्न होती है । <span class="GRef"> महापुराण 24.56 </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 16:53, 14 November 2020
नौ क्षायिक-गृहिणी में अंतिम शुद्धि । यह वीर्यांतरायकर्म के क्षय से उत्पन्न होती है । महापुराण 24.56