दुर्जय: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) जयंतगिरि पर वर्तमान एक वन । यहाँ प्रद्युम्न ने विद्याधर वायु की पुत्री रति को प्राप्त किया था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 47.43 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) जयंतगिरि पर वर्तमान एक वन । यहाँ प्रद्युम्न ने विद्याधर वायु की पुत्री रति को प्राप्त किया था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_47#43|हरिवंशपुराण - 47.43]] </span></p> | ||
<p id="2">(2) जरासंध का पुत्र । <span class="GRef"> महापुराण 71.76-80 </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 52.37 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) जरासंध का पुत्र । <span class="GRef"> महापुराण 71.76-80 </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_52#37|हरिवंशपुराण - 52.37]] </span></p> | ||
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Revision as of 15:10, 27 November 2023
(1) जयंतगिरि पर वर्तमान एक वन । यहाँ प्रद्युम्न ने विद्याधर वायु की पुत्री रति को प्राप्त किया था । हरिवंशपुराण - 47.43
(2) जरासंध का पुत्र । महापुराण 71.76-80 हरिवंशपुराण - 52.37