ग्रैवेयक: Difference between revisions
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<p><span class="HindiText">कल्पातीत स्वर्गों का एक भेद– देखें - [[ स्वर्ग#1.4 | स्वर्ग / १ / ४ ]];५/२।</span><BR> | |||
रा.वा./४/१९/२/२०<span class="SanskritText"> लोकपुरुषस्य ग्रीवास्थानीयत्वात् ग्रीवा:, ग्रीवासु भवानि ग्रैवेयकाणि विमानानि, तत्साहचर्यात् इन्द्रा अपि ग्रैवेयका:।</span>=<span class="HindiText">लोक पुरुष के ग्रीवा की तरह ग्रैवेयक हैं। जो ग्रीवा में स्थित हों वे ग्रैवेयक विमान हैं। उनके साहचर्य से वहा̐ के इन्द्र भी ग्रैवेयक हैं। </span></p> | |||
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Revision as of 22:16, 24 December 2013
कल्पातीत स्वर्गों का एक भेद– देखें - स्वर्ग / १ / ४ ;५/२।
रा.वा./४/१९/२/२० लोकपुरुषस्य ग्रीवास्थानीयत्वात् ग्रीवा:, ग्रीवासु भवानि ग्रैवेयकाणि विमानानि, तत्साहचर्यात् इन्द्रा अपि ग्रैवेयका:।=लोक पुरुष के ग्रीवा की तरह ग्रैवेयक हैं। जो ग्रीवा में स्थित हों वे ग्रैवेयक विमान हैं। उनके साहचर्य से वहा̐ के इन्द्र भी ग्रैवेयक हैं।