यौवराज्य: Difference between revisions
From जैनकोष
mNo edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> गर्भान्वय की तिरेपन क्रियाओं में बयालीसवीं क्रिया । इसमें युवराज को अभिषेकपूर्वक राजपद बाँधा जाता है । वह इससे युवराज पद प्राप्त करता है । <span class="GRef"> (महापुराण 38.61, 231) </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> गर्भान्वय की तिरेपन क्रियाओं में बयालीसवीं क्रिया । इसमें युवराज को अभिषेकपूर्वक राजपद बाँधा जाता है । वह इससे युवराज पद प्राप्त करता है । <span class="GRef"> (महापुराण 38.61, 231) </span></p> | ||
</div> | </div> |
Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
गर्भान्वय की तिरेपन क्रियाओं में बयालीसवीं क्रिया । इसमें युवराज को अभिषेकपूर्वक राजपद बाँधा जाता है । वह इससे युवराज पद प्राप्त करता है । (महापुराण 38.61, 231)