सीमन्तक: Difference between revisions
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<p> धर्मा पृथिवी का प्रथम इन्द्रक बिल । इसकी चारो दिशाओं मई उनचास-उनचास और प्रत्येक विदिशा में अड़तालीस-अड़तालीस श्रेणिबद्ध बिल है । हरिवंशपुराण 4.76, 87, 89</p> | <p> धर्मा पृथिवी का प्रथम इन्द्रक बिल । इसकी चारो दिशाओं मई उनचास-उनचास और प्रत्येक विदिशा में अड़तालीस-अड़तालीस श्रेणिबद्ध बिल है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 4.76, 87, 89 </span></p> | ||
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Revision as of 21:48, 5 July 2020
धर्मा पृथिवी का प्रथम इन्द्रक बिल । इसकी चारो दिशाओं मई उनचास-उनचास और प्रत्येक विदिशा में अड़तालीस-अड़तालीस श्रेणिबद्ध बिल है । हरिवंशपुराण 4.76, 87, 89