मृषानंद: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
|
(No difference)
|
Revision as of 15:19, 19 August 2020
रौद्रध्यान का दूसरा भेद । झूठ बोलने में आनन्द मनाना मृषानन्द कहलाता है । कठोर वचन आदि इसके बाह्य चिह्न हैं । महापुराण 21. 50, हरिवंशपुराण 56.21, 23