तुरीयचारित्र: Difference between revisions
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<p> सूक्ष्मसांपराय चारित्र । यह संज्वलन लोभ का अत्यंत मंद उदय होने पर दशम गुणस्थान में होता है । <span class="GRef"> महापुराण 54.225 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> सूक्ष्मसांपराय चारित्र । यह संज्वलन लोभ का अत्यंत मंद उदय होने पर दशम गुणस्थान में होता है । <span class="GRef"> महापुराण 54.225 </span></p> | ||
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Revision as of 16:54, 14 November 2020
सूक्ष्मसांपराय चारित्र । यह संज्वलन लोभ का अत्यंत मंद उदय होने पर दशम गुणस्थान में होता है । महापुराण 54.225