निगलनिदर्शन
From जैनकोष
जीव की कर्मबन्धन की स्थिति को बतलाने के लिए बेड़ी से बंधे हुए व्यक्ति की उपमा जिस प्रकार बेड़ी से बँधा हुआ व्यक्ति अपने इष्ट स्थान पर नहीं पहुँच सकता उसी प्रकार कर्मबद्ध जीव भी अपने इष्ट स्थान पर नहीं पहुँच सकता । महापुराण 42.76-78