पद्मनंदि पंचविंशतिका
From जैनकोष
आ0 पद्मनन्दि (ई.11 का उत्तरार्ध) द्वारा संस्कृत छन्दों में रचित गृहस्थ धर्म प्ररूपक ग्रन्थ है। इसमें 25 अधिकार तथा कुल 800 श्लोाक हैं। ती. /3/129-140)।
आ0 पद्मनन्दि (ई.11 का उत्तरार्ध) द्वारा संस्कृत छन्दों में रचित गृहस्थ धर्म प्ररूपक ग्रन्थ है। इसमें 25 अधिकार तथा कुल 800 श्लोाक हैं। ती. /3/129-140)।