क्षीरसागर
From जैनकोष
क्षीर-समुद्र । इसके जल से इंद्र तीर्थंकरों का जन्माभिषेक करता है और दीक्षा के समय केशलोंच करने पर उनके केशों का इसी समुद्र मे क्षेपण करता है । महापुराण 13. 110-112, 16.215, 73.131, हरिवंशपुराण 2.42, 54,9.18, वीरवर्द्धमान चरित्र 9.12