मध्यमपद
From जैनकोष
पद का तीसरा भेद । यह सोलह सौ चौतीस करोड़ तेरासी लाख सात हजार आठ सौ अठासी अक्षर प्रमाण होता है । अगो तथा पूर्वों के पदों की संख्या इसी पद से परिगणित होती है । हरिवंशपुराण 10. 22-25
पद का तीसरा भेद । यह सोलह सौ चौतीस करोड़ तेरासी लाख सात हजार आठ सौ अठासी अक्षर प्रमाण होता है । अगो तथा पूर्वों के पदों की संख्या इसी पद से परिगणित होती है । हरिवंशपुराण 10. 22-25