ब्रह्मेंद्र
From जैनकोष
ब्रह्म स्वर्ग का इन्द्र । यह केवलज्ञान प्राप्त होने पर तीर्थंकर वर्द्धमान की पूजा के लिए गया था । महापुराण 7.57, 63. 241 वीरवर्द्धमान चरित्र 14.44
ब्रह्म स्वर्ग का इन्द्र । यह केवलज्ञान प्राप्त होने पर तीर्थंकर वर्द्धमान की पूजा के लिए गया था । महापुराण 7.57, 63. 241 वीरवर्द्धमान चरित्र 14.44