User contributions for 69.226.218.78
11 February 2008
- 04:1504:15, 11 February 2008 diff hist +604 N लाग रह्यो मन चेतनसों जी New page: लाग रह्यो मन चेतनसों जी<br> सेवक सेव सेव सेवक मिल, सेवा कौन करै पनसों जी।।१ ...
- 04:1404:14, 11 February 2008 diff hist +1,126 N रे भाई! मोह महा दुखदाता New page: रे भाई! मोह महा दुखदाता<br> वस्तु विरानी अपनी मानैं, विनसत होत असाता।।रे भ...
- 04:1404:14, 11 February 2008 diff hist +1,079 N मैं निज आतम कब ध्याऊंगा New page: मैं निज आतम कब ध्याऊंगा<br> रागादिक परिनाम त्यागकै, समतासौं लौ लाऊंगा ।।<br>...
- 04:1404:14, 11 February 2008 diff hist +969 N मन! मेरे राग भाव निवार New page: मन! मेरे राग भाव निवार<br> राग चिक्कनतैं लगत है, कर्मधूलि अपार।।मन. ।।<br> राग...
- 04:1304:13, 11 February 2008 diff hist +803 N मगन रहु रे! शुद्धातममें मगन रहु रे New page: मगन रहु रे! शुद्धातममें मगन रहु रे<br> रागदोष परकी उतपात, निहचै शुद्ध चेतन...
- 04:1304:13, 11 February 2008 diff hist +1,141 N भैया! सो आतम जानो रे! New page: भैया! सो आतम जानो रे!<br> जाकै बसतैं बसत है रे, पाँचों इन्द्री गाँव ।<br> जास बि...
- 04:1104:11, 11 February 2008 diff hist +1,036 N भाई! ज्ञानी सोई कहिये New page: भाई! ज्ञानी सोई कहिये<br> करम उदय सुख दुख भोगतैं, राग विरोध न लहिये।।भाई. ।।...
- 04:1104:11, 11 February 2008 diff hist +2,277 N भाई! ज्ञान बिना दुख पाया रे New page: भाई! ज्ञान बिना दुख पाया रे<br> भव दशआठ उस्वास स्वास में, साधारन लपटाया रे।...
- 04:1004:10, 11 February 2008 diff hist +2,215 N भाई! ब्रह्मज्ञान नहिं जाना रे New page: भाई! ब्रह्मज्ञान नहिं जाना रे<br> सब संसार दु:ख सागरमें, जामन मरन कराना रे।...
- 04:1004:10, 11 February 2008 diff hist +2,037 N भाई कौन कहै घर मेरा New page: भाई कौन कहै घर मेरा<br> जे जे अपना मान रहे थे, तिन सबने निरवेरा।।भाई. ।।<br> प्...
- 04:1004:10, 11 February 2008 diff hist +1,108 N भाई! अब मैं ऐसा जाना New page: भाई! अब मैं ऐसा जाना<br> पुद्गल दरब अचेत भिन्न है, मेरा चेतन वाना।।भाई. ।।<br> ...
- 04:1004:10, 11 February 2008 diff hist +1,193 N भ्रम्योजी भ्रम्यो, संसार महावन, सुख सो रमन्त New page: भ्रम्योजी भ्रम्यो, संसार महावन, सुख सो रमन्त<br> पुद्गल जीव एक करि जान्यो, ...
- 04:0904:09, 11 February 2008 diff hist +650 N भवि कीजे हो आतमसँभार, राग दोष परिनाम डार New page: भवि कीजे हो आतमसँभार, राग दोष परिनाम डार<br> कौन पुरुष तुम कौन नाम, कौन ठौर ...
- 04:0904:09, 11 February 2008 diff hist +1,867 N भजो आतमदेव, रे जिय! भजो आतमदेव, लहो New page: भजो आतमदेव, रे जिय! भजो आतमदेव, लहो<br> असंख्यात प्रदेश जाके, ज्ञान दरस अनन्...
- 04:0904:09, 11 February 2008 diff hist +609 N बीतत ये दिन नीके, हमको New page: बीतत ये दिन नीके, हमको<br> भिन्न दरब तत्वनितैं धारे, चेतन गुण हैं जीके।।बी...
- 04:0804:08, 11 February 2008 diff hist +736 N प्राणी! सोऽहं सोऽहं ध्याय हो New page: प्राणी! सोऽहं सोऽहं ध्याय हो<br> वाती दीप परस दीपक ह्वै, बूंद जु उदधि कहाय ह...
- 04:0704:07, 11 February 2008 diff hist +2,065 N प्राणी! आतमरूप अनूप है, परतैं भिन्न त्रिकाल New page: प्राणी! आतमरूप अनूप है, परतैं भिन्न त्रिकाल<br> यह सब कर्म उपाधि है, राग दोष...
- 04:0604:06, 11 February 2008 diff hist +671 N पायो जी सुख आतम लखकै New page: पायो जी सुख आतम लखकै<br> ब्रह्मा विष्णु महेश्वरको प्रभु, सो हम देख्यो आप ह...
- 04:0604:06, 11 February 2008 diff hist +638 N निरविकलप जोति प्रकाश रही New page: निरविकलप जोति प्रकाश रही<br> ना घट अन्तर ना घट बाहिर, वचननिसौं किनहू न कही...
- 04:0504:05, 11 February 2008 diff hist +1,164 N देखो भाई! आतमराम विराजै New page: देखो भाई! आतमराम विराजै<br> छहों दरब नव तत्त्व ज्ञेय हैं, आप सुज्ञायक छाजै...
- 04:0504:05, 11 February 2008 diff hist +1,117 N देखे सुखी सम्यकवान New page: देखे सुखी सम्यकवान<br> सुख दुखको दुखरूप विचारैं, धारैं अनुभवज्ञान।।देखे....
- 04:0504:05, 11 February 2008 diff hist +687 N तुम ज्ञानविभव फूली बसन्त, यह मन मधुकर New page: तुम ज्ञानविभव फूली बसन्त, यह मन मधुकर<br> दिन बड़े भये बैराग भाव, मिथ्यातम ...
- 04:0404:04, 11 February 2008 diff hist +563 N तुम चेतन हो New page: तुम चेतन हो<br> जिन विषयनि सँग दुख पावै सो, क्यों तज देत न हो।।तुम. ।।१ ।।<br> न...
- 04:0404:04, 11 February 2008 diff hist +1,080 N तुमको कैसे सुख ह्वै मीत! New page: तुमको कैसे सुख ह्वै मीत!<br> जिन विषयनि सँग बहु दुख पायो, तिनहीसों अति प्री...
- 04:0304:03, 11 February 2008 diff hist +1,082 N जो तैं आतमहित नहिं कीना New page: जो तैं आतमहित नहिं कीना<br> रामा रामा धन धन कीना, नरभव फल नहिं लीना।।जो तैं....
- 04:0204:02, 11 February 2008 diff hist +859 N जानो धन्य सो धन्य सो धीर वीरा New page: जानो धन्य सो धन्य सो धीर वीरा<br> मदन सौ सुभट जिन, चटक दे पट कियो।।टेक ।।<br> प...
- 04:0004:00, 11 February 2008 diff hist +1,158 N जानत क्यों नहिं रे, हे नर आतमज्ञानी New page: जानत क्यों नहिं रे, हे नर आतमज्ञानी<br> रागदोष पुद्गलकी संगति, निहचै शुद्ध...
- 04:0004:00, 11 February 2008 diff hist +1,110 N जगत में सम्यक उत्तम भाई New page: जगतमें सम्यक उत्तम भाई<br> सम्यकसहित प्रधान नरकमें, धिक शठ सुरगति पाई।।ज...
- 03:5903:59, 11 February 2008 diff hist +5 कविवर श्री द्यानतरायजी कृत भजन No edit summary
10 February 2008
- 11:4711:47, 10 February 2008 diff hist +638 N चेतन! मान ले बात हमारी New page: चेतन! मान ले बात हमारी<br> पुद्गल जीव जीव पुद्गल नहिं, दोनों की विधि न्यारी...
- 11:4711:47, 10 February 2008 diff hist +2,251 N चेतन प्राणी चेतिये हो, New page: चेतन प्राणी चेतिये हो,<br> अहो भवि प्रानी चेतिये हो, छिन छिन छीजत आव।।टेक ।...
- 11:4611:46, 10 February 2008 diff hist +560 N चेतन! तुम चेतो भाई, तीन जगत के नाथ New page: चेतन! तुम चेतो भाई, तीन जगत के नाथ<br> ऐसो नरभव पायकैं, काहे विषया लवलाई।।चे...
- 11:4611:46, 10 February 2008 diff hist +677 N चेतनजी! तुम जोरत हो धन, सो धन चलत नहीं तुम लार New page: चेतनजी! तुम जोरत हो धन, सो धन चलत नहीं तुम लार<br> जाको आप जान पोषत हो, सो तन ज...
- 11:4611:46, 10 February 2008 diff hist +1,445 N घटमें परमातम ध्याइये हो, परम धरम धनहेत New page: घटमें परमातम ध्याइये हो, परम धरम धनहेत<br> ममता बुद्धि निवारिये हो, टारिये... current
- 11:4611:46, 10 February 2008 diff hist +1,206 N कारज एक ब्रह्महीसेती New page: कारज एक ब्रह्महीसेती<br> अंग संग नहिं बहिरभूत सब, धन दारा सामग्री तेती।।क... current
- 11:4511:45, 10 February 2008 diff hist +1,347 N कर मन! निज-आतम-चिंतौन New page: कर मन! निज-आतम-चिंतौन<br> जिहि बिनु जीव भ्रम्यो जग-जौन ।।कर. ।।<br> आतममगन परम ...
- 11:4511:45, 10 February 2008 diff hist +1,135 N कर रे! कर रे! कर रे!, तू आतम हित कर रे New page: कर रे! कर रे! कर रे!, तू आतम हित कर रे<br> काल अनन्त गयो जग भ्रमतैं, भव भवके दुख ...
- 11:4511:45, 10 February 2008 diff hist +1,125 N कर कर आतमहित रे प्रानी New page: कर कर आतमहित रे प्रानी<br> जिन परिनामनि बंध होत है, सो परनति तज दुखदानी।।क...
- 11:4511:45, 10 February 2008 diff hist +594 N ए मेरे मीत! निचीत कहा सोवै New page: ए मेरे मीत! निचीत कहा सोवै<br> फूटी काय सराय पायकै, धरम रतन जिन खोवै ।।ए. ।।१ ...
- 11:4411:44, 10 February 2008 diff hist +612 N इस जीवको, यों समझाऊं री! New page: इस जीवको, यों समझाऊं री!<br> अरस अफरस अगंध अरूपी, चेतन चिन्ह बताऊं री ।।इस. ।...
- 11:4411:44, 10 February 2008 diff hist +1,195 N आतमज्ञान लखैं सुख होइ New page: आतमज्ञान लखैं सुख होइ<br> पंचेन्द्री सुख मानत भोंदू, यामें सुखको लेश न कोइ...
- 11:4411:44, 10 February 2008 diff hist +1,204 N आतमरूप सुहावना, कोई जानै रे भाई । New page: आतमरूप सुहावना, कोई जानै रे भाई ।<br> जाके जानत पाइये, त्रिभुवन ठकुराई .........<b...
- 11:4411:44, 10 February 2008 diff hist +1,070 N आपा प्रभु जाना मैं जाना New page: आपा प्रभु जाना मैं जाना<br> परमेसुर यह मैं इस सेवक, ऐसो भर्म पलाना।।आपा. ।।<...
- 11:4411:44, 10 February 2008 diff hist +1,056 N आतमरूप अनूपम है, घटमाहिं विराजै हो New page: आतमरूप अनूपम है, घटमाहिं विराजै हो<br> जाके सुमरन जापसों, भव भव दुख भाजै हो...
- 11:4311:43, 10 February 2008 diff hist +1,780 N आतम महबूब यार, आतम महबूब New page: आतम महबूब यार, आतम महबूब<br> देखा हमने निहार, और कुछ न खूब।।आतम. ।।<br> पंचिन्...
- 11:4311:43, 10 February 2008 diff hist +1,106 N आतम जानो रे भाई! New page: आतम जानो रे भाई!<br> जैसी उज्जल आरसी रे, तैसी आतम जोत ।<br> काया-करमनसों जुदी र...
- 11:4311:43, 10 February 2008 diff hist +616 N आतम जाना, मैं जाना ज्ञानसरूप New page: आतम जाना, मैं जाना ज्ञानसरूप<br> पुद्गल धर्म अधर्म गगन जम, सब जड़ मैं चिद्र...
- 11:4211:42, 10 February 2008 diff hist +1,165 N आतम जान रे जान रे जान New page: आतम जान रे जान रे जान<br> जीवनकी इच्छा करै, कबहुँ न मांगै काल । (प्राणी!)<br> सो...
- 11:4211:42, 10 February 2008 diff hist +1,005 N आतम काज सँवारिये, तजि विषय किलोलैं New page: आतम काज सँवारिये, तजि विषय किलोलैं<br> तुम तो चतुर सुजान हो, क्यों करत अलोल...
- 11:4211:42, 10 February 2008 diff hist +800 N आतम अनुभव सार हो, अब जिय सार हो, प्राणी New page: आतम अनुभव सार हो, अब जिय सार हो, प्राणी<br> विषय भोगफेणने तोहि काट्यो, मोह ल...