प्रतिसंध्या
From जैनकोष
कौशाम्बी नगरी के स्वामी ब्राह्मण विश्वानल की भार्या । यह काकोनद म्लेच्छों के स्वामी रौद्रभूति की जननी थी । पद्मपुराण 34. 76-81
कौशाम्बी नगरी के स्वामी ब्राह्मण विश्वानल की भार्या । यह काकोनद म्लेच्छों के स्वामी रौद्रभूति की जननी थी । पद्मपुराण 34. 76-81