आवृत्तकरण: Difference between revisions
From जैनकोष
(New page: क्षपणासार४६७ अन्य प्रकृति रूप करके कर्मका नाश करना सो आवृतकरण है।<br>[[Cat...) |
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
||
(6 intermediate revisions by 4 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<span class="GRef">क्षपणासार 467 </span> | |||
<p class="HindiText"> अन्य प्रकृति रूप कर के कर्म का नाश करना सो आवृतकरण है।</p> | |||
<noinclude> | |||
[[ आवीचिका मरण | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[ आवृष्ट | अगला पृष्ठ ]] | |||
</noinclude> | |||
[[Category: आ]] | |||
[[Category: करणानुयोग]] |