कीलित संहनन: Difference between revisions
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<p><span class="GRef"> धवला 6/1,9-1,36/73/8 </span><span class="PrakritText">........जस्स कम्मस्स उदएण अवज्जहड्डाइं खीलियाइं हवंति तं खीलियसरीरसंघडणं णाम। ......।</span> = <span class="HindiText">......... जिस कर्म के उदय से वज्र-रहित हड्डियाँ और कीलें होती हैं वह '''कीलक शरीर संहनन नामकर्म''' है। ........</span></p> | |||
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Latest revision as of 10:52, 22 March 2023
धवला 6/1,9-1,36/73/8 ........जस्स कम्मस्स उदएण अवज्जहड्डाइं खीलियाइं हवंति तं खीलियसरीरसंघडणं णाम। ......। = ......... जिस कर्म के उदय से वज्र-रहित हड्डियाँ और कीलें होती हैं वह कीलक शरीर संहनन नामकर्म है। ........
विशेष देखें संहनन