इंद्रोपपाद: Difference between revisions
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<p class="HindiText">गर्भान्वयादि की 53 क्रियाओं में से एक इंद्रोपपपाद क्रिया है, (उपरोक्त) तप के प्रभाव से वैमानिक देवों के इंद्र रूप से उत्पाद होना। <span class="GRef">महापुराण/38/190-194</span>। - देखें [[ संस्कार#2 | संस्कार - 2]]।</p> | <p class="HindiText">गर्भान्वयादि की 53 क्रियाओं में से एक इंद्रोपपपाद क्रिया है, (उपरोक्त) तप के प्रभाव से वैमानिक देवों के इंद्र रूप से उत्पाद होना। <span class="GRef">महापुराण/38/190-194</span>। </p><br> | ||
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Latest revision as of 12:21, 20 July 2023
गर्भान्वयादि की 53 क्रियाओं में से एक इंद्रोपपपाद क्रिया है, (उपरोक्त) तप के प्रभाव से वैमानिक देवों के इंद्र रूप से उत्पाद होना। महापुराण/38/190-194।
-अधिक जानकारी के लिये देखें संस्कार - 2।