द्वादशी व्रत: Difference between revisions
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Latest revision as of 11:40, 14 August 2023
12 वर्ष पर्यंत प्रतिवर्ष भाद्रपद शुक्ल 12 को उपवास करे। ‘‘ॐ ह्रीं अर्हद्भयो नम:’’ इस मंत्र का त्रिकाल जाप्य करे। (व्रत विधान संग्रह/पृष्ठ 122); (जैन व्रत कथा)