णिक्खोदिम: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
||
(2 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
देखें [[ | <span class="GRef"> धवला 9/4,1,65/272/13 </span><span class="PrakritText">..... पोक्खरिणी-वावी-कूव-तलाय-लेण-सुरुंगादिदव्वं णिक्खोदणकिरियाणिप्फण्णं णिक्खोदिमं णाम। णिक्खोदणं-खणणमिदिवुत्तं होदि। .....।</span>= | ||
<ol> | |||
........ | |||
<li class="HindiText"> पुष्कारिणी, वापी, कूप, तड़ाग, लयन और सुरंग आदि निष्खनन क्रिया से सिद्ध हुए द्रव्य <strong>णिक्खोदिम</strong> कहलाते हैं। '''णिक्खोदिम''' से अभिप्राय खोदना क्रिया से है। </li> | |||
..... | |||
</ol> | |||
<span class="HindiText">अधिक जानकारी के लिये देखें [[ निक्षेप_5#5.9 | निक्षेपः5 - 5.9]]। | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 8: | Line 15: | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: ण]] | [[Category: ण]] | ||
[[Category: द्रव्यानुयोग]] |
Latest revision as of 13:21, 7 September 2023
धवला 9/4,1,65/272/13 ..... पोक्खरिणी-वावी-कूव-तलाय-लेण-सुरुंगादिदव्वं णिक्खोदणकिरियाणिप्फण्णं णिक्खोदिमं णाम। णिक्खोदणं-खणणमिदिवुत्तं होदि। .....।=
-
........
- पुष्कारिणी, वापी, कूप, तड़ाग, लयन और सुरंग आदि निष्खनन क्रिया से सिद्ध हुए द्रव्य णिक्खोदिम कहलाते हैं। णिक्खोदिम से अभिप्राय खोदना क्रिया से है। .....
अधिक जानकारी के लिये देखें निक्षेपः5 - 5.9।