लवणसागर: Difference between revisions
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<li> | <li> <span class="GRef"> राजवार्तिक/3/7/2/168/25 </span><span class="SanskritText">लवणरसेनांबुना योगात् समुद्रो लवणोद इति संज्ञायते।</span> = <span class="HindiText">खारे जलवाला होने से इस समुद्र का नाम लवणोद पड़ा है। <span class="GRef">( राजवार्तिक/3/33/8/194/17 )</span>। </span></li> | ||
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Latest revision as of 22:35, 17 November 2023
- मध्य लोक का प्रथम सागर देखें लोक - 4.1।
- राजवार्तिक/3/7/2/168/25 लवणरसेनांबुना योगात् समुद्रो लवणोद इति संज्ञायते। = खारे जलवाला होने से इस समुद्र का नाम लवणोद पड़ा है। ( राजवार्तिक/3/33/8/194/17 )।