वादिदेव सूरि: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
(6 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
बड़े तार्किक व नैयायिक एक श्वेतांबराचार्य जिन्होंने ‘परीक्षामुख’ ग्रंथ पर ‘प्रमाण नय तत्वालंकार स्याद्वाद रत्नाकर’ नामकी टीका लिखी है। आपके शिष्य का नाम रत्नप्रभ समय - ई.1117-1169 । <span class="GRef">( सिद्धि विनिश्चय/प्र.30, 41/पं. महेंद्र कुमार )</span>। | |||
[[वादित्व ऋद्धि | | <noinclude> | ||
[[ वादित्व ऋद्धि | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[Category:व]] | [[ वादिराज | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | |||
[[Category: व]] | |||
[[Category: इतिहास]] |
Latest revision as of 22:35, 17 November 2023
बड़े तार्किक व नैयायिक एक श्वेतांबराचार्य जिन्होंने ‘परीक्षामुख’ ग्रंथ पर ‘प्रमाण नय तत्वालंकार स्याद्वाद रत्नाकर’ नामकी टीका लिखी है। आपके शिष्य का नाम रत्नप्रभ समय - ई.1117-1169 । ( सिद्धि विनिश्चय/प्र.30, 41/पं. महेंद्र कुमार )।