वीरचंद्र: Difference between revisions
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<li> | <li class="HindiText">नंदिसंघ बलात्कार गण की सूरत शाखा में लक्ष्मीचंद्र के शिष्य। कृतियें–वीर विलास फाग, जंबू स्वामी वेलि, जिनांतर, सीमंधर स्वामी गीत इत्यादि 8 काव्य। समय–वि.1556-1585। (देखें [[ इतिहास#7.4 | इतिहास - 7.4]]), <span class="GRef">(तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/3/374)</span>। </li> | ||
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Latest revision as of 22:35, 17 November 2023
- नागसेन (ई.1047) के शिक्षा गुरु। समय तदनुसार ई.श.11 पूर्व। (देखें नागसेन ) ।
- नंदिसंघ बलात्कार गण की सूरत शाखा में लक्ष्मीचंद्र के शिष्य। कृतियें–वीर विलास फाग, जंबू स्वामी वेलि, जिनांतर, सीमंधर स्वामी गीत इत्यादि 8 काव्य। समय–वि.1556-1585। (देखें इतिहास - 7.4), (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/3/374)।