सुंदरदास: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(4 intermediate revisions by 3 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
इनको संत सुंदरदास कहते थे। पं.बनारसीदास इनकी बहुत प्रशंसा करते हैं। समय-वि.1653-1746। ( | <p class="HindiText">इनको संत सुंदरदास कहते थे। पं.बनारसीदास इनकी बहुत प्रशंसा करते हैं। समय-वि.1653-1746। <span class="GRef">( जैन साहित्य इतिहास /117/कामता)</span>। </p> | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 8: | Line 8: | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: स]] | [[Category: स]] | ||
[[Category: इतिहास]] |
Latest revision as of 22:36, 17 November 2023
इनको संत सुंदरदास कहते थे। पं.बनारसीदास इनकी बहुत प्रशंसा करते हैं। समय-वि.1653-1746। ( जैन साहित्य इतिहास /117/कामता)।