अक्षरविद्या: Difference between revisions
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Latest revision as of 14:39, 27 November 2023
ऋषभदेव द्वारा अपनी पुत्री ब्राह्मी को सिखायी गयी विद्या लिपिज्ञान । स्वर और व्यंजन के भेद से इसके दो भेद होते हैं । महापुराण 16.105-116 हरिवंशपुराण में इसे कला कहा है । हरिवंशपुराण - 9.24