अजर: Difference between revisions
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<p id="2">(2) जरा अवस्था से रहित देव और सिद्ध । अजरता की प्राप्ति के लिए ‘‘अजराय नम:’’ इस पीठिका मंत्र का जप किया जाता है । <span class="GRef"> महापुराण 40.15 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) जरा अवस्था से रहित देव और सिद्ध । अजरता की प्राप्ति के लिए ‘‘अजराय नम:’’ इस पीठिका मंत्र का जप किया जाता है । <span class="GRef"> महापुराण 40.15 </span></p> | ||
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Latest revision as of 14:39, 27 November 2023
(1) भरतेश और सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 24.34,25.109
(2) जरा अवस्था से रहित देव और सिद्ध । अजरता की प्राप्ति के लिए ‘‘अजराय नम:’’ इस पीठिका मंत्र का जप किया जाता है । महापुराण 40.15